खीरो(रायबरेली)। केतनापुर मजरे देवगांव में बीते 15 दिनों से लोग संक्रामक रोग की चपेट में हैं। धीरे धीरे रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची स्वास्थ्य टीम ने रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया और दवाएं दी। गांव निवासिनी भावना पाल का कहना है कि अचानक बुखार आया और शरीर में दाने निकल आए। घर के लोग उसे अस्पताल न ले जाकर घर पर देशी उपचार करने लगे। इसी दौरान गांव के संदीप, अवधेश पाल की पुत्री आराध्या पाल, अनुष्का, तरुण सिंह, धीरज सिंह, सूरज सिंह, समेत 12 लोग इसी रोग की चपेट में आ गए। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में संक्रामक बीमारी फैलने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई देखने नहीं आया, जिसको लेकर लोगों में रोष है। बृहस्पतिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में गांव में बीमारी फैलने की जानकारी होने पर एक टीम गांव में पहुंची और मरीजों को दवाएं दी। सीएचसी अधीक्षक डॉ. भावेश सिंह ने बताया कि गांव में निगरानी के लिए स्वास्थ्य विभाग से फील्ड में कर्मचारी तैनात किए गए हैं। अस्पताल में इलाज के पर्याप्त बंदोबस्त हैं। संक्रामक रोग के फैलने की जानकारी होने पर गांव एक टीम भेजी गई है।
इनसेट
गंदगी से ग्रामीण परेशान
ग्रामीणों का कहना है कि गांव में करीब आठ नालियां हैं। सभी गंदगी से बजबजा रही हैं। गांव के किनारे तालाब की गंदगी से पटा है। सफाई कर्मचारी गांव आने के बजाए कागज पर ही साफ सफाई कर रहे हैं। ब्लाक में शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।