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कागज पर माडल, धरातल पर गंदगी से कराह रहे गांव

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ByNews Desk

Dec 11, 2024
कागज पर माडल, धरातल पर गंदगी से कराह रहे गांवoplus_1026

ऊंचाहार: सरकार ग्राम पंचायतों को विकसित करने के लिए पानी की तरह पैसा बहाकर तमाम योजनाएं संचालित कर रही है। इसके बाद भी अब तक ऊंचाहार ब्लाक की ग्राम पंचायतें स्वच्छ और माडल गांव के रूप में विकसित नहीं हो सकी हैं। कुछ में तो तरल अवशिष्ट प्रबंधन केंद्र निष्प्रयोज्य पड़े हैं, तो वहीं जिम्मेदारों की लचर व्यवस्था के चलते कुछ ग्राम पंचायतों में अभी तक काम ही शुरू नहीं हो सका है। जिसका खामियाजा ब्लाक क्षेत्र की 54 ग्रामपंचायतों की साढ़े तीन लाख आबादी को भुगतना पड़ रहा है

स्वच्छ भारत मिशन के फेज टू के तहत गांव में कूड़ा-कचरा, खुली नाली, पक्की नाली, सोक पिट टैंक बनाकर गांव को स्वच्छ बनाने का लक्ष्य रखा गया था। शासन द्वारा इसके लिए ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन योजना की शुरुआत की गई थी, जिसे एसएलडब्लूएम के तहत ग्रामीण परिवेश में माडर्न गांव का नाम दिया गया था। योजना को कार्यान्वित करने के लिए वर्ष 2022-23 में ऊंचाहार देहात, पट्टी रहस कैथवल, अरखा, जसौली तथा गंगा ग्राम में कंदरावा, कल्यानी, कोटरा बहादुरगंज, जब्बारीपुर, खरौली गोकना को चुना गया। इसके बाद वर्ष 2023-24 में गंगौली सराय भान, होरैसा, किसुनदासपुर, ईश्वरदास पुर, सेमरी रानापुर, खालिसपुर कला, गोपालपुर उधवन, बभनपुर, रामसांडा, हटवा, पचखरा, कोटिया चित्रा, खोजनपुर समेत 21 ग्राम पंचायतों के 30 राजस्व गांवों को चुना गया। तो वहीं वर्ष 2024-25 में भागीपुर, सवैया राजे, सावांपुर नेवादा, गंगश्री, शुकुरूल्ला पुर, निगोहां, खुरूमपुर, मदारीपुर, मुरार मऊ, समेत 24 ग्राम पंचायत के 55 राजस्व गांवों का चयन कर कार्य प्रारंभ कराए गए।

इसमें प्रत्येक चयनित ग्राम पंचायत में फिल्टर चेंबर, खाद गड्ढा, वर्मी जैविक, शील्ड कैचर, सोक पिट, डब्ल्यूएसपी बनाया है। जिसमें पहली सूची में स्वीकृत चार गांव आज भी पूर्ण रूप से माडर्न गांव के रूप में नहीं बन सके। शेष 2024-25 में चयनित 24 ग्राम पंचायतों की 18 ग्राम ग्राम सभाओं में ठोस तरल अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र का कार्य चल रहा है। सवैया राजे निवासी राजेश कुमार, शिव शंकर, उमेश कुमार, रामसहाय आदि का कहना है कि गांव में चिंहित पर स्थान पर कूड़ेदान नहीं रखे गए हैं।

नालिया खुली हुई हैं, सोकपिट भी आवश्यकता अनुसार नहीं बनाए गए हैं। कचरा भी बनाए गए ठोस तरल अवशिष्ट प्रबंधन केंद्र तक नहीं ले जाया जाता। जिस गांव में ही गंदगी फैली रहती है। सहायक विकास अधिकारी पंचायत संजीव कुमार शर्मा ने बताया कि कुछ गांवों में शासन की मंशा के अनुरूप कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं। वहीं कुछ ग्राम सभा में अभी भी निर्माण कार्य चल रहा है, जल्द ही कार्य समाप्त कर सभी गांवों को स्वच्छ और साफ सुथरा बनाया जाएगा।

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