एम्स रायबरेली ईएनटी विभाग में राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित
सशक्त न्यूज नेटवर्क
एम्स रायबरेली के कान, नाक और गला विभाग ने 29 नवंबर को राष्ट्रीय न्यूरो-ओटोलॉजी कार्यशाला का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य वेस्टिबुलर रोगों, चक्कर के निदान और उपचार में नैदानिक दक्षता बढ़ाना था। इस विशिष्ट प्रशिक्षण कार्यक्रम में पूरे भारत से शिक्षाविद, विशेषज्ञ और प्रतिनिधि शामिल थे।
एम्स रायबरेली की कार्यकारी निदेशक और सीईओ प्रो. (डॉ.) अमिता जैन ने अपने उद्घाटन भाषण में भारत सरकार के सुगम और तकनीकी रूप से उन्नत स्वास्थ्य सेवा के उद्देश्य के अनुरूप ईएनटी और न्यूरो-ओटोलॉजी सेवाओं के विकास के लिए संस्थान के समर्पण पर जोर दिया। उन्होंने विभाग की उपलब्धियों, जैसे कि चक्कर आने की प्रयोगशाला की स्थापना और उन्नत ओटोलॉजिकल सर्जरी, पर प्रकाश डाला और आयोजन टीम के प्रयासों के लिए आभार व्यक्त किया।
कार्यशाला का आयोजन नाक, कान एवं गला (सर एवं गर्दन सर्जरी) विभाग द्वारा डॉ. अनन्या सोनी (आयोजन अध्यक्ष) और डॉ. अरिजीत जोतदार (आयोजन सचिव) के नेतृत्व में किया गया था। रेजिडेंट, ऑडियोलॉजिस्ट और नर्सिंग अधिकारियों ने वैज्ञानिक सत्रों और व्यावहारिक मॉड्यूल के सुचारू संचालन में योगदान दिया।
डॉ. अमित केशरी, डॉ. अनीता भंडारी और अन्य सहित प्रख्यात संकाय सदस्यों ने वेस्टिबुलर फिजियोलॉजी, चक्कर आने के नैदानिक कारणों और व्यावहारिक वीडियो निस्टाग्मोग्राफी (वीएनजी) प्रशिक्षण को कवर करते हुए व्याख्यान दिए और वेस्टिबुलर पुनर्वास का मार्गदर्शन किया।