रायबरेली:
लालगंज आधुनिक रेल डिब्बा कारखाना (आरेडिका) के आवासीय परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तमाम दावों किए गए थे। बावजूद इसके एक बार फिर चोरों ने सारे दावों की कलई खोल दी है। नवंबर 2024 में हुई 25 घरों में चोरी के बाद प्रशासन ने सुरक्षा को लेकर कई कदम उठाने की बात कही थी। जिनमें परिसर में सीसीटीवी कैमरे, सशस्त्र गार्ड तैनाती, चहारदीवारी में कटीले तार लगाने और सीमाएं चिन्हित करने के निर्देश दिए गए थे। इसके अलावा वेंडर्स और रेजिडेंट्स के लिए पहचान पत्र अनिवार्य किया गया था।
आरेडिका के उप मुख्य कार्मिक अधिकारी ने अलग-अलग विभागों को निर्देश जारी कर जिम्मेदारियां सौंपी थी। भवनों की मरम्मत, परिसर में उगे जंगल और झंडियों की सफाई, रात में गश्त बढ़ाना, वाहनों की पार्किंग व्यवस्था और परिसर में आवाजाही पर नियंत्रण जैसे कई अहम निर्णय के अलावा संविदा कर्मियों को पुलिस सत्यापन के बाद ही रखने के निर्देश भी जारी किए गए थे। इसके बावजूद सुरक्षा व्यवस्था की पोल सोमवार की रात तीन घरों की घटना को अंजाम देकर चोरों ने खोल दी है।
इससे यह साफ हो गया कि कागज पर बनी सुरक्षा योजना अमल में नहीं लाई गई। कर्मचारी नेता नैब सिंह, आशीष मिश्र, आदर्श बघेल ने कहा कि चोरी की घटना में अंकुश नहीं लगने से कर्मचारियों में डर का माहौल है। इंचार्ज प्रभारी निरीक्षक नारेंद्र सिंह का कहना है आवासीय परिसर में चोरी होने का मामला संज्ञान में है। तहरीर मिलने पर जांच की जाएगी।