रायबरेली: डलमऊ, घुरवारा स्थित आयुष्मान आरोग्य मन्दिर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र द्वारा सास, बेटा, बहू सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य परिवारों में सामाजिकता और नवचेतना का संचार करना था। सम्मेलन का उद्घाटन मुख्य अतिथि सीएचसी अधीक्षक नवीन कुमार, ग्राम प्रधान रामअधार मौर्य, सीएचओ रेनू पाल, संगिनी शिवपति मौर्य और एएनएम कोमल सामाजिक स्वयं सेविका रोशनी अग्रहरी ने फीता काटकर किया।

कार्यक्रम में नवविवाहित दंपत्तियों, एक वर्ष से कम समय में गर्भवती होने वाली महिलाओं, परिवार नियोजन का कोई साधन न अपनाने वाले दंपत्तियों और तीन या उससे अधिक बच्चों वाले परिवारों को आमंत्रित किया गया था। इन दंपत्तियों को आदर्श दंपत्ति के रूप में सम्मानित किया गया। आदर्श दंपत्तियों को सलाह दी गई कि उनका पहला बच्चा विवाह के दो वर्ष बाद हो और अगला बच्चा कम से कम तीन वर्ष के अंतराल में हो।

सम्मेलन में 2 बच्चों के बाद परिवार नियोजन का स्थाई साधन अपनाने वाले और जो अभी तक कोई साधन नहीं अपनाए थे, उन दंपत्तियों ने अपने अनुभव साझा किए। आयुष्मान आरोग्य मन्दिर की सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी रेनू पाल ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता फैलाना और पुरुषों की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करना था, क्योंकि अधिकांश मामलों में परिवार नियोजन के निर्णय पुरुषों के द्वारा ही लिए जाते हैं।

इस अवसर पर नवविवाहित दंपत्तियों, जैसे अनुप-शालिनी, बबली-लवकुश, पूर्णिमा-आकाश, को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान ग्राम प्रधान रामअधार मौर्य ने ऐसे आयोजनों की सराहना की। सीएचओ रेनू पाल, संगिनी शिवपति मौर्य, एएनएम कोमल, आशा कार्यकर्ता दया, हेमलता, कुसमा, सुषमा, कविता, स्नेहलता, निर्मला, किरन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता चंद्ररानी, रीता मौर्य, अंजू, नीलम देवी आदि कार्यक्रम में उपस्थित थे। अंत में सीएचओ रेनू पाल ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम का समापन किया।