आज से कैंप लगाकर गांवों बनेगी फार्मर रजिस्ट्री
बिना रजिस्ट्री के किसानों को नहीं मिलेगी सम्मान निधि
ऊंचाहार, रायबरेली: सोमवार से राजस्व गांवों में फार्मर रजिस्ट्री के लिए कैंपों का आयोजन शुरू हो जाएगा। यह कैंप गांव के पंचायत भवनों में सुबह 10 बजे से लगेंगे। फार्मर रजिस्ट्री से फसली ऋण, फसल बीमा की क्षतिपूर्ति, आपदा राहत जैसी कई सुविधाएं मिलने में सुगमता प्रदान करेगी। वहीं शासन द्वारा पीएम किसान सम्मन निधि की किस्त भी अब बिना फार्मर रजिस्ट्री के नहीं भेजी जाएगी।
एसडीएम सिद्धार्थ चौधरी ने बताया कि फार्मर रजिस्ट्री मैं लगे सभी कर्मियों को प्रशिक्षण देने की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। दो दिसंबर से प्रत्येक राजस्व ग्राम में फार्मर रजिस्ट्री के अभियान की शुरुआत की जाएगी। जिसमें लेखपाल, कृषि विभाग के कर्मचारी, पंचायत सहायक, कृषि सखी की दो सदस्य टीम मौजूद रहेगी। कैंप में आने वाले किसानों का डेटाबेस फार्मर रजिस्ट्री तैयार करेंगे। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि दिसंबर माह से पीएम किसान सम्मन निधि योजना के तहत मिलने वाली किस्त के लिए फार्मर रजिस्ट्री का होना अनिवार्य है।
कृषि विभाग प्राविधिक सहायक शिवप्रसाद चौरसिया ने बताया कि फार्मर रजिस्ट्री के लिए किसान का आधार से लिंक मोबाइल फोन का नंबर तथा किसान का आधार कार्ड व खतौनी होनी जरूरी है। यदि कोई किस गांव से बाहर रह रहा है तो वह अपने अभिलेख लेकर जन सुविधा केंद्र के माध्यम से भारत सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क देकर फार्मर रजिस्ट्री करा सकता है।