रायबरेली: आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने शुक्रवार को विकास भवन परिसर में धरन प्रदर्शन कर विरोध दर्ज कराया। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का कहना है कि बिना जांच के अधिकारियों द्वारा कार्रवाई की जा रही है। अल्प मानदेय में काम कर रही आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की समस्याओं को लेकर कोई सुनवाई नहीं हो रही। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के बैनर तले शुक्रवार को आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने विकास भवन परिसर में धरना प्रदर्शन कर अपने हक की आवाज को बुलंद किया। संगठन की जिला अध्यक्ष मंजू सिंह ने कहा कि महंगाई के अनुसार मानदेय कम है। बढ़ती महंगाई को देखते हुए सरकार को मानदेय बढ़ाना चाहिए। संगठन की जिला महामंत्री मीना सोनकर का कहना है कि रिपोर्ट आनलाइन करने के लिए मोबाइल फोन दिए गए थे, जो खराब हाे गए हैं। मोबाइल के साथ दिए गए सिम को 2019 के बाद रिचार्ज भी नहीं कराया गया है।
सरकार से मांग है कि मोबाइल व रिचार्ज के लिए पैसा दे, ताकि विभागीय कार्यों को करने में असुविधा न हो। संगठन के संरक्षक अनूप मिश्र का कहना है कि 62 वर्ष की आयु में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को सेवानिवृत्त कर दिया जाता है। उनको पेंशन मिलती है और न ग्रेच्युटि का लाभ दिया जाता है। सरकार को इस पर गंभीरता पूर्वक विचार करना चाहिए। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा।
इस दौरान रामकुमारी, प्रीती, प्रियंका, राजकुतारी, विभा मिश्रा, तृप्ती, गायत्री देवी, उर्मिला देवी समेत बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां व सहायिका मौजूद रहीं।

