सागर तिवारी
ऊंचाहार , रायबरेली । दीन और ईमान के रास्ते पर चलकर दुनिया में मानवता और शांति का संदेश देने वाली ईरान द्वारा निर्मित मरियम और यूसुफ फिल्म का रविवार को ऊंचाहार कस्बे में प्रदर्शन किया गया। इसमें बड़ी संख्या में महिलाओं और बच्चों ने इस फिल्म को देखा और उससे सीख ली।
ज्ञात हो कि कुरान के अनुसार, मरियम के माता-पिता एक बच्चे के लिए प्रार्थना कर रहे थे। उनका अनुरोध अंततः ईश्वर ने स्वीकार कर लिया, और मरियम की माँ गर्भवती हो गई। बच्चे के जन्म से पहले ही उसके पिता इमरान की मृत्यु हो गई थी। उसके जन्म के बाद, उसकी देखभाल उसके मामा जकर्याह ने की । कुरान के अनुसार, मरियम को महादूत गेब्रियल के माध्यम से ईश्वर से संदेश मिले। ईश्वर ने मरियम को सूचित किया कि उसने दिव्य आत्मा के हस्तक्षेप से चमत्कारिक रूप से एक बच्चे को जन्म दिया है , हालाँकि वह अभी भी कुंवारी थी। उसके बच्चे का नाम ईश्वर द्वारा चुना गया है।
ऐसा माना जाता है कि मरियम को इस्लाम में “दुनिया की सभी महिलाओं” से ऊपर ईश्वर ने चुना था। उनका सम्पूर्ण जीवन आदर्श और अनुकरणीय रहा है । इस फिल्म में यह दिखाया गया है कि आप सभी के प्रति दया भाव रखें बच्चों को अच्छे संस्कार दें ,दुनिया में शांति के द्वारा ही सभी का विकास और कल्याण हो सकता है।
इस फिल्म का प्रदर्शन नगर के भीतरी गांव मोहल्ले में किया गया। इसका आयोजन ओवैस नकवी ने किया था। इस मौके पर असरफ हुसैन असद , जॉन हैदर , इमरान हैदर , सिब्तेन हैदर , नाज़िर हैदर, साज़ू नक़वी आदि सैकड़ों लोग मौजूद रहे।