ऊंचाहार: मीटर रीडर की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है। उपभोक्ताओं का आरोप है कि घर बैठे मीटर रीडर इनका बिल बनाकर अपलोड कर देते हैं। इससे मीटर में रीडिंग स्टोर होने, अधिक बिल बढ़ जाने पर कनेक्शन विच्छेदन समेत तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बिजली के बिल में सुधार के लिए इन्हें महीनों विद्युत कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़ते हैं। शुक्रवार कस्बा स्थित उपखंड कार्यालय पहुंचे आक्रोशित उपभोक्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए एसडीओ से बिजली के बिल सही कराए जाने की मांग की है।
इन दिनों बिजली विभाग ओटीएस योजना चलाकर अभियान के तहत छोटे बड़े बकाएदारों से बकाया बिजली के बिल की वसूली की जा रही है। जिसमें विद्युत विभाग द्वारा उपभोक्ताओं का बिल सही करने के बजाय टीम द्वारा गांव-गांव पहुंचकर बड़ी संख्या में कनेक्शन भी काटे जा रहे हैं। शुक्रवार को कस्बा स्थित विद्युत उपखंड कार्यालय पहुंचे उपभोक्ताओं का आरोप है कि विभाग द्वारा उनके बिजली का बिल मनमाने तरीके से भेजे जा रहे है।
सावांपुर निवासी सुनील कुमार, पूरे तेवराइन मजरे कंदरावा निवासी जितेंद्र कुमार ने बताया कि मीटर रीडर कभी परिसर पर जाते नहीं। और घर बैठे अनाप-शनाप बिजली का बिल बनाकर भेज देते हैं। गदागंज के मनोज कुमार ने बताया कि नवंबर वर्ष 2024 तक का बिजली का बिल जमा होने के बाद भी गांव पहुंची विद्युत विभाग की टीम द्वारा 10 हजार का बकाया निकाल कर उनका कनेक्शन काट दिए, अब जोड़ने के लिए पैसे मांग रहे हैं। वहीं इमलिया पुरवा गांव की मायादेवी, सीता देवी, रामेश्वरी, अनीता देवी, अनिरुद्ध कुमार, उमेश कुमार आदि का आरोप है कि संविदा बिजली कर्मचारी नशे की हालत में गांव पहुंचकर उपभोक्ताओं के साथ दुर्व्यवहार करते हैं।
मौके पर पहुंचे एसडीओ इंदु शेखर ने सभी को समझा बुझाकर शांत कराया। विद्युत वितरण खंड के अधिशाषी अभियंता धीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि गांवों में कैंप लगाकर बिजली वसूली की जा रही है, जहां की शिकायतें आ रही है, उनका निराकरण भी कराया जा रहा है। लगाए गए आरोपों की जांच करा कर दोषी पाए जाने वाले कर्मचारी पर कार्यवाई की जाएगी।