ऊंचाहार (रायबरेली): सरबहदा गांव स्थित तेरहवीं संस्कार से वापस घर लौट रहे बाइक सवार दंपति समेत अध्यापिका पिकअप की टक्कर से घायल हो गए। जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां डाक्टरों ने तीनों लोगों को मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम कराया है। एक ही परिवार से एक साथ तीन शवों के उठने से कोहराम मच गया। वहीं घटना के बाद से गांव में मातम सा माहौल बना रहा।
गौरा ब्लाक के लालगंज निवासी अशोक यादव उर्फ पप्पू अपनी पत्नी लीलावती व छोटे भाई अमित की पत्नी कविता के साथ बाइक से शनिवार को ऊंचाहार के सरबहदा गांव स्थित बहन पुष्पलता की सास के तेरहवीं संस्कार में शामिल होने गए हुए थे। जहां से देर रात वापस घर लौट रहे थे, तभी ऊंचाहार डलमऊ राजमार्ग पर कुरौली बुधकर गांव के पास डलमऊ की ओर से आ रही तेज रफ्तार पिकअप ने अनियंत्रित होकर उनकी बाइक में सामने से जोरदार टक्कर मार दी। घटना में तीनों लोग सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए थे। वहीं अशोक कुमार की मौके पर ही मौत हो गई थी।
सूचना पर पहुंचे परिजन घायलों को एंबुलेंस से जिला अस्पताल ले गए। जहां डाक्टरों ने लीलावती तथा कविता यादव को भी मृत घोषित कर दिया। वहीं घटना के बाद चालक वाहन लेकर मौके से भाग निकला। एक साथ एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत की सूचना पर परिजनों में कोहराम मच गया। और समूचे गांव में मातम छा गया। कविता यादव गदागंज स्थित एक निजी विद्यालय में गणित की अध्यापिका थी। पति के शहर में होने की वजह से वह जेठ और जेठानी के साथ निमंत्रण में सम्मिलित होने गई थी, जहां हादसे का शिकार हो गई। गदागंज थाना प्रभारी पंकज कुमार त्यागी ने शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। वहीं पिकप चालक की तलाश की जा रही है। प्रार्थना पत्र मिलने पर रिपोर्ट दर्ज कर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
बच्चों के सर से उठा माता-पिता का साया
अशोक यादव एक किसान थे, जिनके दो बेटे व एक बेटी हैं। बड़ा बेटा अमन व आदित्य उर्फ बबलू तथा छोटी बेटी कुमकुम का रो-रोकर बुरा हाल है। तीनों बच्चे पास के ही एक विद्यालय में पढ़ाई कर रहे थे। खेलने खाने की उम्र में इन तीनों बच्चों के सर पर जिम्मेदारियों का बोझ आ गया। पढ़ाई करने की उम्र में मासूम दर-दर की ठोकरें खाकर भरण पोषण के लिए मजबूर हैं।