रायबरेली: बाढ़ से गांवों की बिगड़ रही स्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी हर्षिता माथुर, मुख्य विकास अधिकारी अर्पित उपाध्याय, अपर जिलाधिकारी अमृता सिंह व अपर जिलाधिकारी प्रशासन (सिद्धार्थ) ने बाढ़ क्षेत्र का निरीक्षण किया और अधीनस्थों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। दोपहर के बाद गंगा के जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई। पानी घटने की सूचना के बाद जिला प्रशासन व ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।
सुबह डीएम अमहा, चकमलिक भीटी, मोहद्दीनपुर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अमहा गांव में पुष्पा के दरवाजे भर रहे पानी को देख डीएम ने बीडीओ से तत्काल मिट्टी डलवा कर पानी रोकने के उपाय करने के लिए कहा। जमाल नगर मोहद्दीनपुर में प्राथमिक विद्यालय के पास फूलमती ने डीएम से कहा कि पूरे गांव में खारा पानी आ रहा है। हम लोग खारा पानी पीने में मजबूर हैं। जिलाधिकारी ने समस्या का शीघ्र समाधान करने का आश्वासन दिया है।
अशोक ने डीएम से विद्युत कटौती और ट्रिपिंग की समस्या बताई, इस पर डीएम ने बिजली विभाग के अधिकारियों से समस्या को दूर करने के निर्देश दिए। डीएम ने जिला कृषि अधिकारी से फसल नुकसान की जानकारी ली और बाढ़ से फसलों को हुई क्षति का आंकलन करने के लिए निर्देशित किया।
ग्रामीणों का कहना है की सबसे ज्यादा कटरी में सब्जी की फसल की जाती है। बाढ़ के पानी से सब्जी की सभी फसलें हरी धनियां, परवल, कुदरु, मूली, पालक, कद्दू, लौकी, गोभी, टमाटर, करैला नष्ट हो चुकी हैं। पूरे रेवती सिंह व शिव दुलारी का कहना है कि गांव में पानी भरा है।