नागेश त्रिवेदी, जगतपुर: सन्त निरंकारी सत्संग भवन जगतपुर में सुबह को सत्संग किया गया। सत्संग की अध्यक्षता करते हुए महात्मा राम दुलारे ने कहा कि रिश्तो में जो रहे मधुरता तो मकान घर बन जाते हैं , जहां प्यार व समर्पण है वो घर कहलाते है ,घर “हरदेव” बने वह मंदिर जहां हरि का नाम रहे, वही पे सुख आनंद रहे और चैन आराम रहता है। संतो का कहना है कि यह सारा संसार ही हमारा परिवार है ।
सभी के साथ हमें प्यार नम्रता वाला ही व्यवहार रखना है। जिनके मन में यह प्रभु परमात्मा आधार बन जाता है फिर उनके जीवन में खुशियां आनंद और सुकून ही रहता है। और वही दूसरों को भी सुकून देने वाले बनते हैं । इस मौके पर ब्रांच प्रबन्धक ज्ञान प्रचारक महात्मा बसन्त लाल, रुपेश कुमार, पवन कुमार, राम संजीवन, रतीपाल व बहन वंदना, ऊषा देवी, राविका, नीलम आदि समस्त साधु संगत मौजूद रहीं।